Updated on: Tue, 21 Feb 2012 01:46 AM (IST)
देहरादून, जागरण संवाददाता: महाशिवरात्रि पर्व पर द्रोणनगरी शिवमय रही। मंदिरों एवं शिवालयों में महादेव के रुद्राभिषेक को तड़के से ही व्रती श्रद्धालुओं व कांवड़ियों की भीड़ उमड़ी रही। उन्होंने गंगाजल व दुग्ध समेत दिव्य पदार्थो से महादेव का अभिषेक किया। साथ ही शिव भजनों से भी वातावरण गुंजायमान रहा। मध्यरात्रि में भस्म आरती के बाद श्रद्धालुओं ने केशरयुक्त दूध के साथ ही मखानों की खीर का भोग लगाया।
श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में मध्यरात्रि से रुद्राभिषेक आरंभ हुआ। इससे पूर्व ही वहां जलाभिषेक को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा था। यह सिलसिला सोमवार मध्यरात्रि के बाद तक चलता रहा। श्रद्धालु लंबी-लंबी कतारों में दिनभर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। श्री टपकेश्वर महादेव सेवादल के कार्यकर्ता व्यवस्था बनाने में मुस्तैदी से जुटे हुए थे। शाम सात बजे श्रृंगारमय महाआरती का आयोजन हुआ और हर-हर महादेव व बम-बम भोले की गूंज से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। मध्यरात्रि के उपरांत श्रद्धालुओं ने केशर युक्त दूध का भोग लगाया। पल्टन बाजार स्थित मंदिर श्री जंगम शिवालय में भी रुद्रीपाठ के बीच दिनभर जलाभिषेक चलता रहा।
महाशिवरात्रि मेले का उल्लास
महाशिवरात्रि पर श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में मेले का भी भव्य शुभारंभ हुआ। स्टालों पर दिनभर भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने मनपसंद वस्तुओं की जमकर खरीदारी की। बच्चों में मेले को लेकर उत्साह देखते ही बनता था।
गणेश, सरस्वती व साज वंदन
श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में मध्यरात्रि में गंगाजल एवं 51 प्रकार की दिव्य सामग्री से रुद्रीपाठ के बीच महादेव का सामूहिक रुद्राभिषेक हुआ। फिर प्रदेश की सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए महाआरती हुई। यह सिलसिला सोमवार की भोर तक चलता रहा। साथ ही मंदिर परिसर भजन-कीर्तन, रुद्रीपाठ और महामृत्युंजय मंत्रों के जाप से भी गूंजता रहा।
सांध्य बेला में भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसका शुभारंभ गणेश, सरस्वती व साज वंदना के साथ हुआ। इस मौके पर श्री राधा-कृष्ण की फूलों से सजी झांकी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इस शाम का खास आयोजन रही श्री पृथ्वीनाथ महादेव की भस्म आरती और फिर सभी श्रद्धालुओं को मखानों की खीर का प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान स्पोर्ट्स कालेज के ब्लास्ट प्रभावित छात्रों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की गई।
दिनभर चला रुद्र का अभिषेक
प्राचीन श्री नागेश्वर महादेव मंदिर भी महाशिवरात्रि के उल्लास में डूबा रहा। मध्यरात्रि से शुरू हुआ जलाभिषेक सोमवार देर शाम तक जारी रहा। इस मौके पर महंत विश्वनाथ योगी ने बताया कि शिवरात्रि पर महादेव के अभिषेक से नाग दोष, पितृ दोष व महाकाल सर्प दोष का निवारण हो जाता है।
भव्य एवं दिव्य मेला
श्री महावीर सेवा समिति की ओर से मोहनपुर-प्रेमनगर में महाशिवरात्रि मेले का भव्य आयोजन हुआ। समिति के प्रधान जगदीश गिरोटी ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य समाज के हर वर्ग में धर्म एवं भक्ति का परमभाव कायम करना है। ताकि शक्ति, करुणा एवं सत्य के प्रतीक भगवान शिव हमारे संकल्पों को शक्ति प्रदान करें।
उत्सव का माहौल
प्रेमनगर स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में महाशिवरात्रि पर उत्सव का माहौल रहा। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलाभिषेक करते रहे और शिव भजनों से गूंजता रहा मंदिर प्रांगण। मंदिर कमेटी की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए गए थे।
भोले शंकर तेरे दर पर आता रहूं
श्री श्याम सुंदर मंदिर में महाशिवरात्रि पर आयोजित शिव संध्या का शुभारंभ शिव भजन 'भोले शंकर तेरे दर पर आता रहूं' से हुआ। फिर तो 'हिमालय की बेटी बनेगी दुल्हनिया', 'इक दिन शिव भोले भंडारी बनकर सुंदर नारी रास में आ गए', 'जय भोले बाबा मेरे भोलेनाथ', 'ऐसी सुबह न आए, आए न ऐसी शाम, जिस दिन जुबां पे मेरी, आए न शिव का नाम', 'डूबतों को बचा लेने वाले, मेरी नैया है तेरे हवाले' जैसे भजनों से वातावरण शिवमय हो गया।
अखंड 'ॐ नम: शिवाय' का जाप
शिव मंदिर इंद्रानगर में सुबह ध्वजारोहण के पश्चात अखंड ॐ नम: शिवाय का जाप आरंभ हुआ। मंगलवार सुबह भजन-कीर्तन व भंडारे के साथ इसका पारायण होगा
भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं
टर्नर रोड स्थित शिवालिक धाम आश्रम में सुबह आचार्य कुलदीप पांडेय के सानिध्य में महादेव का रुद्राभिषेक हुआ। फिर भजन गायकों ने 'भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं', 'तेरे दासों ने तुझको बुलाया ओ भोले बाबा आ जाओ' जैसे भजनों से ऐसा समां बांधा कि हर कोई झूम उठा। इस मौके पर आचार्य पांडे ने कहा कि शिव विश्वास और पार्वती श्रद्धा का रूप है। श्रद्धा और विश्वास के बिना कोई भी भक्ति सफल नहीं हो सकती।