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Wednesday, February 22, 2012

उत्तराखंड को मिल सकता है पुष्प निदेशालय


देहरादून, ब्यूरो: उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर के संस्थान पुष्प विज्ञान अनुसंधान निदेशालय की सौगात मिल सकती है। केंद्र सरकार ने उत्तराखंड समेत तीन राज्यों को संस्थान के लिए भूमि चिन्हित कर प्रस्ताव भेजने को कहा है। उधर, केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 2250 ग्राम पंचायतों और 29 क्षेत्र पंचायतों में खेल मैदान के रखरखाव को 26.63 लाख रुपये दिए हैं।
केंद्रीय कृषि, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री हरीश रावत ने यह जानकारी दी। उन्होंने उक्त संस्थान के लिए हरिद्वार या उसके आसपास के क्षेत्र में भूमि चिन्हित कर केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने के लिए संबंधित प्रमुख सचिव को पत्र भेजा है। निदेशालय के लिए केंद्र ने उत्तराखंड के अलावा महाराष्ट्र और कर्नाटक से भी प्रस्ताव मांगे हैं। उन्होंने बताया कि निदेशालय बनने से प्रदेश में पुष्प उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इस क्षेत्र में अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। उत्तराखंड ने इस मामले में उदासीनता दिखाई तो अन्य राज्य यह लाभ लेने से नहीं चूकेंगे।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान योजना के तहत 26.63 लाख रुपये राज्य को दिए हैं। इससे 2250 ग्राम पंचायतों और 29 ब्लाकों में खेल मैदानों का विकास और रखरखाव हो सकेगा।
बाढ़ नियंत्रण को 119 करोड़
देहरादून: केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय की उच्च स्तरीय समिति ने देहरादून और हरिद्वार की 12 बाढ़ नियंत्रण योजनाओं के लिए 119 करोड़ स्वीकृत किए हैं। केंद्रीय राज्यमंत्री हरीश रावत के हवाले से प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्र कुमार ने बताया कि देहरादून में भोगपुर, बंगलानाला, हिलाजवली, मालदेवता, चकजोगीवाला, साहबनगर, खदरी-देहरादून, नेहरूग्राम, मियांवाला, सुंदरवाला, दुल्हनी नदी, आइटीआइ, झाझर, टौंस नदी, यमुना बेसिन, श्यामपुर, श्यामपुर गढ़ी, गोलानाला, ऋषिकेश, हरिपुर, कालसी ब्लाक, इंदिरा कालोनी, अमलावा नदी, सौंग नदी किनारे, जाटोवाला से पुंजाग्रांट, डाकपत्थर, कुल्हाल, लांघा से जमनखाता, ज्ञानखाद, सीतला नदी किनारे और हरिद्वार की योजनाएं शामिल हैं।

चकराता रोड चौड़ीकरण से प्रभावित व्यापारियों को आर्थिक राहत, व्यापारियों के लिए रजिस्ट्री शुल्क माफ


देहरादून: चकराता रोड चौड़ीकरण से प्रभावित व्यापारियों को आर्थिक राहत देने में मेहरबान शासन अन्य मामलों में सख्ती बरतने के मूड में है। चौड़ीकरण का कार्य शासनादेश के मुताबिक ढील नहीं दी जाएगी। वहीं व्यापारियों से रजिस्ट्री शुल्क और अन्य विधिक खर्च नहीं लिया जाएगा। इस बाबत वित्त ने बुधवार को सहमति जता दी।
चकराता रोड चौड़ीकरण मामले में शासन को हाईकोर्ट के रुख से राहत मिली है। हाईकोर्ट के निर्देश के मुताबिक उक्त संबंध में जारी किए गए शासनादेश को अमल में लाया जाएगा। बीते दिनों इस संबंध में मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक स्थगित हो गई थी। अलबत्ता, आवास प्रमुख सचिव पीसी शर्मा ने बैठक में भाग लेने पहुंचे तमाम अधिकारियों को हाईकोर्ट के निर्देशों पर अमल करने के निर्देश दिए। इसके मुताबिक व्यापारियों को अब सेट बैक के लिए दो-दो मीटर जगह छोड़नी पड़ेगी। प्रमुख सचिव पीसी शर्मा के मुताबिक शासनादेश पर अमल किया जाएगा।
वहीं रोड चौड़ीकरण को लेकर सख्त शासन व्यापारियों को अन्य राहत देने को कदम बढ़ा रहा है। कैबिनेट के फैसले के मुताबिक चौड़ीकरण से प्रभावित व्यापारियों को पुनर्वासित किए गए स्थान के लिए रजिस्ट्री शुल्क नहीं देना पड़ेगा। यह शुल्क अधिकतम दस हजार रुपये है। स्टांप खरीदने व अन्य विधिक खर्च भी आवंटियों से नहीं लिए जाएंगे। रजिस्ट्री में स्कैनिंग शुल्क के रूप में प्रति पृष्ठ 20 फीसदी राशि भी व्यापारियों को नहीं देनी होगी। इसे एमडीडीए वहन करेगा या इसे शासन स्तर पर माफ किया जाएगा। वित्त ने व्यापारियों से शुल्क नहीं लेने पर सहमति जता दी है। अपर मुख्य सचिव आलोक जैन ने सहमति जताने की पुष्टि की।

आज से वाहनों में लगेंगे हाईसिक्योरिटी नंबर प्लेट


देहरादून: प्रक्रियात्मक रूप में मंगलवार से ही शुरू हो चुकी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट योजना गुरुवार से पूरी तरह लागू हो जाएगी। आरटीओ कार्यालय में नंबर प्लेट सप्लाई करने वाली कंपनी लिंक उत्सव का काउंटर तैयार हो चुका है।
शुरुआती दौर में 21 फरवरी को खरीदे गए वाहनों में ही नंबर प्लेट लगाई जाएगी। परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों की लिस्ट तैयार कर लिंक उत्सव कंपनी को सौंप दी है। भविष्य में भी यही प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। विभाग नई व पुरानी गाड़ियों की लिस्ट तैयार कर संबंधित कंपनी को देगा, इसके बाद ही प्लेट लगाने की कार्रवाई होगी।
छोटा पड़ सकता है परिसर
दून में इस समय करीब पांच लाख वाहन हैं। इसके अलावा हर वर्ष 50 हजार नये वाहन भी सड़कों में आ रहे हैं। योजना के तहत सभी वाहनों में दो वर्ष के अंदर प्लेट लगाना अनिवार्य किया गया है। ऐसे में रोजाना करीब साढ़े नौ सौ गाड़ियों में प्लेट लगाने की योजना है। ऐसे में विभाग परिसर छोटा पड़ सकता है।
'हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए लिंक उत्सव कंपनी ने काउंटर तैयार कर लिया है। विभाग ने 21 फरवरी को खरीदी गई नई गाड़ियों की लिस्ट भी तैयार कर कंपनी को दे दी है। गुरुवार को कंपनी नंबर प्लेट लगाना शुरू कर देगी।'
-दिनेश चंद पठोई, एआरटीओ प्रशासन

Lawyers resent Rs 1.4 lakh as chamber’s cost


Dehradun, February 14
The Dehradun Bar Association (DBA) called a general house today to discuss the cost of new chambers in a multi-story building to be paid by advocates. They will be allotted the chambers through a lottery system.
The advocates registered a protest against the proposed cost of Rs 1.40 lakh per advocate and demanded to reduce it. The DBA decided to constitute a committee of members who would assess the cost of construction without taking into consideration a donation of Rs 25 lakh, given by the state government from the total cost, to be divided equally among 112 allottees accordingly. The new building has 56 chambers where each chamber will be shared by two advocates.
Advocate Bakul Khadelwal said the construction amount of Rs 90 lakh was overly projected. The chambers were ordinary with no tiles or fancy addition and were too small to be shared by two advocates. The sum, quoted by the DBA of Rs 1.40 lakh as a lease amount, was too high, she said.
“The DBA is a profitable organisation which earns from various sources. Besides giving Rs 50,000 on the death of an advocate, it does not spend anything else on us. So it must contribute from the fund and does not charge from us the hefty amount,” she said.
It was today the DBA increased the assistance from Rs 25,000 to Rs 50,000 to family members of an advocate after his death.
Former president of the Dehradun Bar Council Razia Begh was also not happy with the projected cost of the building and the amount to be taken from the allottees. She also demanded to give more time to advocates to apply for the chambers.
The entire process of allotment may now take longer time with the committee coming into picture.
Meanwhile, the election to the DBA is also scheduled for February 27 for which the nomination process will start from tomorrow. LB Gurang, advocate, said the new building would not solve the problem of providing chamber for all advocates in the District Court as there were around 1,000 advocates who did not have their own chambers and were sitting in the open. 

SAVE GANGA AGITATION

People from Kedarghati region support movement 

Haridwar, February 20
Hundreds of people from the Kedarghati region of Garhwal came out here today in support of “Save Ganga” agitation started by saints and social activists led by Professor GD Aggarwal and Magsaysay awardee Rajendra Singh.
The people from 30 gram panchayats arrived at Matri Sadan to extend their support to the movement.
Led by social activist Sushila Devi, who carried out a 63-day agitation against the Singholi-Bhatwadi hydro project, these villagers blamed political parties for having a nexus with hydro project companies and builders’ mafia.
Sushila Devi said it seemed the government and private companies were hell-bent on making Uttarakhand a ‘Ujrha Pradesh’ as several kilometres of tunnels are being dug, villages being submerged, water sources being dried up and ecology being disturbed in the name of hydro projects.
“Without a scientific analysis, these companies are digging up the areas forcing us to migrate towards the plain regions. If we don’t have the right to live in hills, then why was this Uttarakhand carved out as a separate state in the name of providing development to hilly districts?” said Sushila.
While Jagmohan Singh, a former ex-Army officer, said 11,000 people were affected due to a single power project while the government was mulling over starting 200 more projects along the Ganga, the Bhagirathi, the Alaknanda, the Pindar river.
Rajendra Singh said the apathy of Centre and the state government had set up the Ganga River Basin Authority while the Ganga was getting polluted.
Matri Sadan founder Swami Shivanand said political parties such as the Uttarakhand Kranti Dal, the Uttarakhand Raksha Morcha, the Uttarakhand Kranti Manch had failed to realise the pollution in the Ganga and woes of Kedarghati people.

Tuesday, February 21, 2012

डीएवी छात्र संघ सप्ताह पर रार बरकरार

Updated on: Wed, 22 Feb 2012 01:05 AM (IST)

देहरादून, जागरण संवाददाता: डीएंवी पीजी कॉलेज में छात्र संघ सप्ताह के आयोजन की तिथियों को लेकर विवाद बढ़ गया है। छात्र संघ अध्यक्ष गुट जहां 24 फरवरी से छात्र संघ सप्ताह के आयोजन पर अड़ा है, महासचिव खेमा इसके विरोध में है। महासचिव भगवती प्रसाद ने कहा कि बुधवार से इसके विरोध में धरना दिया जाएगा। वहीं, छात्र अध्यक्ष ने कहा कि मार्च में परीक्षाएं होंगी, ऐसे में आयोजन 24 फरवरी से ही होगा।
छात्र सप्ताह की तिथि को लेकर विरोध कर रहे छात्र संघ महासचिव व अंन्य प्रतिनिधियों ने इस मामले में मंगलवार को प्राचार्य से मुलाकात की। प्राचार्य डॉ. देवेंद्र भसीन ने दूसरे पक्ष को बुलाकर बातचीत से विवाद का समाधान कराने का प्रयास किया, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। छात्र संघ अध्यक्ष आशीष रावत ने कहा कि मार्च में परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी। ऐसे में आयोजन को मार्च तक खिसकाना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आयोजन पूर्व में घोषित तिथियों के अनुसार 24 फरवरी से एक मार्च के बीच ही होगा। इसके लिए तमाम तैयारियां कर ली गई हैं। उधर, छात्र संघ महासचिव भगवती प्रसाद ने कहा कि छात्र संघ सप्ताह के आयोजन के लिए न तो निर्वाचित पदाधिकारियों से चर्चा की गई और न ही तिथि फाइनल करने से पहले पूछा गया। इस आयोजन का पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बुधवार से विरोध में धरना शुरू किया जाएगा। इस मामले में प्राचार्य डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा कि दोनों पक्षों को समाधान निकालने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी तक उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।

भस्म आरती में झूमे भोले बाबा


Updated on: Tue, 21 Feb 2012 01:46 AM (IST)
देहरादून, जागरण संवाददाता: महाशिवरात्रि पर्व पर द्रोणनगरी शिवमय रही। मंदिरों एवं शिवालयों में महादेव के रुद्राभिषेक को तड़के से ही व्रती श्रद्धालुओं व कांवड़ियों की भीड़ उमड़ी रही। उन्होंने गंगाजल व दुग्ध समेत दिव्य पदार्थो से महादेव का अभिषेक किया। साथ ही शिव भजनों से भी वातावरण गुंजायमान रहा। मध्यरात्रि में भस्म आरती के बाद श्रद्धालुओं ने केशरयुक्त दूध के साथ ही मखानों की खीर का भोग लगाया।
श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में मध्यरात्रि से रुद्राभिषेक आरंभ हुआ। इससे पूर्व ही वहां जलाभिषेक को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा था। यह सिलसिला सोमवार मध्यरात्रि के बाद तक चलता रहा। श्रद्धालु लंबी-लंबी कतारों में दिनभर अपनी बारी का इंतजार करते रहे। श्री टपकेश्वर महादेव सेवादल के कार्यकर्ता व्यवस्था बनाने में मुस्तैदी से जुटे हुए थे। शाम सात बजे श्रृंगारमय महाआरती का आयोजन हुआ और हर-हर महादेव व बम-बम भोले की गूंज से मंदिर परिसर गुंजायमान हो उठा। मध्यरात्रि के उपरांत श्रद्धालुओं ने केशर युक्त दूध का भोग लगाया। पल्टन बाजार स्थित मंदिर श्री जंगम शिवालय में भी रुद्रीपाठ के बीच दिनभर जलाभिषेक चलता रहा।
महाशिवरात्रि मेले का उल्लास
महाशिवरात्रि पर श्री टपकेश्वर महादेव मंदिर में मेले का भी भव्य शुभारंभ हुआ। स्टालों पर दिनभर भीड़ उमड़ी रही। इस दौरान दूरदराज से आए श्रद्धालुओं ने मनपसंद वस्तुओं की जमकर खरीदारी की। बच्चों में मेले को लेकर उत्साह देखते ही बनता था।
गणेश, सरस्वती व साज वंदन
श्री पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर में मध्यरात्रि में गंगाजल एवं 51 प्रकार की दिव्य सामग्री से रुद्रीपाठ के बीच महादेव का सामूहिक रुद्राभिषेक हुआ। फिर प्रदेश की सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए महाआरती हुई। यह सिलसिला सोमवार की भोर तक चलता रहा। साथ ही मंदिर परिसर भजन-कीर्तन, रुद्रीपाठ और महामृत्युंजय मंत्रों के जाप से भी गूंजता रहा।
सांध्य बेला में भव्य भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसका शुभारंभ गणेश, सरस्वती व साज वंदना के साथ हुआ। इस मौके पर श्री राधा-कृष्ण की फूलों से सजी झांकी ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इस शाम का खास आयोजन रही श्री पृथ्वीनाथ महादेव की भस्म आरती और फिर सभी श्रद्धालुओं को मखानों की खीर का प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान स्पो‌र्ट्स कालेज के ब्लास्ट प्रभावित छात्रों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की गई।
दिनभर चला रुद्र का अभिषेक
प्राचीन श्री नागेश्वर महादेव मंदिर भी महाशिवरात्रि के उल्लास में डूबा रहा। मध्यरात्रि से शुरू हुआ जलाभिषेक सोमवार देर शाम तक जारी रहा। इस मौके पर महंत विश्वनाथ योगी ने बताया कि शिवरात्रि पर महादेव के अभिषेक से नाग दोष, पितृ दोष व महाकाल सर्प दोष का निवारण हो जाता है।
भव्य एवं दिव्य मेला
श्री महावीर सेवा समिति की ओर से मोहनपुर-प्रेमनगर में महाशिवरात्रि मेले का भव्य आयोजन हुआ। समिति के प्रधान जगदीश गिरोटी ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य समाज के हर वर्ग में धर्म एवं भक्ति का परमभाव कायम करना है। ताकि शक्ति, करुणा एवं सत्य के प्रतीक भगवान शिव हमारे संकल्पों को शक्ति प्रदान करें।
उत्सव का माहौल
प्रेमनगर स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर में महाशिवरात्रि पर उत्सव का माहौल रहा। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर जलाभिषेक करते रहे और शिव भजनों से गूंजता रहा मंदिर प्रांगण। मंदिर कमेटी की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए गए थे।
भोले शंकर तेरे दर पर आता रहूं
श्री श्याम सुंदर मंदिर में महाशिवरात्रि पर आयोजित शिव संध्या का शुभारंभ शिव भजन 'भोले शंकर तेरे दर पर आता रहूं' से हुआ। फिर तो 'हिमालय की बेटी बनेगी दुल्हनिया', 'इक दिन शिव भोले भंडारी बनकर सुंदर नारी रास में आ गए', 'जय भोले बाबा मेरे भोलेनाथ', 'ऐसी सुबह न आए, आए न ऐसी शाम, जिस दिन जुबां पे मेरी, आए न शिव का नाम', 'डूबतों को बचा लेने वाले, मेरी नैया है तेरे हवाले' जैसे भजनों से वातावरण शिवमय हो गया।
अखंड 'ॐ नम: शिवाय' का जाप
शिव मंदिर इंद्रानगर में सुबह ध्वजारोहण के पश्चात अखंड ॐ नम: शिवाय का जाप आरंभ हुआ। मंगलवार सुबह भजन-कीर्तन व भंडारे के साथ इसका पारायण होगा
भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं
टर्नर रोड स्थित शिवालिक धाम आश्रम में सुबह आचार्य कुलदीप पांडेय के सानिध्य में महादेव का रुद्राभिषेक हुआ। फिर भजन गायकों ने 'भोलेनाथ से निराला कोई और नहीं', 'तेरे दासों ने तुझको बुलाया ओ भोले बाबा आ जाओ' जैसे भजनों से ऐसा समां बांधा कि हर कोई झूम उठा। इस मौके पर आचार्य पांडे ने कहा कि शिव विश्वास और पार्वती श्रद्धा का रूप है। श्रद्धा और विश्वास के बिना कोई भी भक्ति सफल नहीं हो सकती।