त्यूनी-चकराता मोटर मार्ग पर कैलन खड्ड के हुआ हादसा
हनोल से विकासनगर जा रही थी बस, हादसे के छह घंटे बाद पहुंचे एसडीएम और नायब तहसीलदार
त्यूनी। हनोल से विकासनगर जा रही सवारियों से खचाखच भरी एक प्राइवेट बस त्यूनी-चकराता मोटर मार्ग पर कैलन खड्ड के पास करीब 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। जिससे बस में सवार 22 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पांच लोगों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा। मृतकों में आठ महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। हादसे में 27 लोग घायल हो गए, जिन्हें चकराता स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां के कई घायलों को सीएचसी विकासनगर, लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर के साथ ही दून के लिए रेफर किया गया है।
यात्रियों से भरी बस (संख्या यूके-07 पीए-1307) सुबह सात बजे हनोल से विकासनगर के लिए रवाना हुई। हनोल से करीब 40 किमी दूर कैलन के पास करीब 8.30 बजे बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बस के परखच्चे उड़ गए। चीख पुकार सुनकर बंद्रौली और चिल्हाड़ गांव के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पडे़। ग्रामीणों ने लाठी डंडों और रस्सों के सहारे बमुश्किल शवों को बाहर निकाला। दुर्घटना के करीब छह घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम और नायब तहसीलदार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। आक्रोशित लोगों ने उनके साथ धक्का मुक्की करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस कर्मियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया। शाम करीब 3.15 बजे जिलाधिकारी रविनाथ रमन और एसएसपी नीरू गर्ग घटना स्थल पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने दुर्घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतक आश्रितों को एक लाख, गंभीर घायलों 50 हजार और सामान्य रूप से घायल लोगों को 20 हजार रुपये देने की घोषणा की।
पंचायतीराज मंत्री और क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह ने भी घटना स्थल का दौरा कर घटना के बारे में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि 35 सीटर इस बस में 54 लोग सवार थे। प्रथम दृष्टया ओवरलोडिंग को दुर्घटना का कारण माना जा रहा है।
हनोल से विकासनगर जा रही थी बस, हादसे के छह घंटे बाद पहुंचे एसडीएम और नायब तहसीलदार
त्यूनी। हनोल से विकासनगर जा रही सवारियों से खचाखच भरी एक प्राइवेट बस त्यूनी-चकराता मोटर मार्ग पर कैलन खड्ड के पास करीब 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। जिससे बस में सवार 22 लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। पांच लोगों ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ा। मृतकों में आठ महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। हादसे में 27 लोग घायल हो गए, जिन्हें चकराता स्थित सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां के कई घायलों को सीएचसी विकासनगर, लेहमन अस्पताल हरबर्टपुर के साथ ही दून के लिए रेफर किया गया है।
यात्रियों से भरी बस (संख्या यूके-07 पीए-1307) सुबह सात बजे हनोल से विकासनगर के लिए रवाना हुई। हनोल से करीब 40 किमी दूर कैलन के पास करीब 8.30 बजे बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। बस के परखच्चे उड़ गए। चीख पुकार सुनकर बंद्रौली और चिल्हाड़ गांव के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पडे़। ग्रामीणों ने लाठी डंडों और रस्सों के सहारे बमुश्किल शवों को बाहर निकाला। दुर्घटना के करीब छह घंटे बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम और नायब तहसीलदार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। आक्रोशित लोगों ने उनके साथ धक्का मुक्की करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस कर्मियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया। शाम करीब 3.15 बजे जिलाधिकारी रविनाथ रमन और एसएसपी नीरू गर्ग घटना स्थल पर पहुंचे। जिलाधिकारी ने दुर्घटना के मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मृतक आश्रितों को एक लाख, गंभीर घायलों 50 हजार और सामान्य रूप से घायल लोगों को 20 हजार रुपये देने की घोषणा की।
पंचायतीराज मंत्री और क्षेत्रीय विधायक प्रीतम सिंह ने भी घटना स्थल का दौरा कर घटना के बारे में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि 35 सीटर इस बस में 54 लोग सवार थे। प्रथम दृष्टया ओवरलोडिंग को दुर्घटना का कारण माना जा रहा है।
No comments:
Post a Comment